all work and no play makes jack a dull boy. खेलों में भाग लेना शरीर के समुचित विकास के लिए आवश्यक है। शारीरिक विकास होने से मनुष्य का मन उत्साह और उमंग से भर जाता है। शारीरिक शिक्षा और खेल न केवल व्यक्ति का शारीरिक विकास करते हैं वरन यह व्यक्ति के मानसिक और सामाजिक विकास के लिए भी समुचित पर्यावरण का निर्माण करते हैं। महाविद्यालय का शारीरिक शिक्षा विभाग सदैव छात्राओं के स्वास्थ्य शिक्षा एवं संपूर्ण विकास की ओर उन्मुख रहता है। शारीरिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत महाविद्यालय में योगा क्लब फिटनेस सेंटर स्वास्थ्य क्लब एवं शारीरिक शिक्षा विषय के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम एवं गतिविधियां वर्षभर सुचारू रूप से चलाई जाती है। महाविद्यालय के योगा क्लब के अंतर्गत 50 - 60 छात्राएं लगातार योगाभ्यास करती है एवं विभिन्न महाविद्यालयो एवं विश्वविद्यालयों प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करती है। महाविद्यालय में रूसा अनुदान के अंतर्गत एक फिटनेस सेंटर का निर्माण किया गया वर्ष भर छात्राएं इस सुविधा का लाभ लिया। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय में विभिन्न खेलों का भी अभ्यास निरंतर कराया जाता है एवं छात्राएं विभिन्न स्तरों पर प्रतिभाग करती है। महाविद्यालय पिछले कई वर्षों से अंतर महाविद्यालय खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन कराता है। महाविद्यालय में प्रतिवर्ष वार्षिक क्रीड़ा प्रतियोगिताओं का आयोजन 2 दिनों के लिए किया जाता है जिसमें महाविद्यालय की छात्राएं अधिक से अधिक मात्रा में प्रतिभाग करती है साथ ही महाविद्यालय के प्राध्यापकों को भी एक साथ खेल के मंच पर साथ आने का मौका मिलता है। शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा समय-समय पर विभिन्न प्रकार के शारीरिक मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए सेमिनार का आयोजन किया जाता है।